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दौलत में मुकेश अम्बानी से पिछड़े, लेकिन इस मामले में आगे निकले गौतम अडानी
दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में गौतम अडानी, मुकेश अम्बानी से बेशक पिछड़ गए हों लेकिन ट्रेडिंग के मामले में गौतम अडानी ने मुकेश अम्बानी को बहुत पीछे छोड़ दिया है.
बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो 1 year ago
गौतम अडानी ने मुकेश अंबानी के लिए सबसे अमीर भारतीय की जगह भले ही छोड़ दी हो, लेकिन दोनों कंपनियों के शेयर्स की तुलना करने पर अडानी ग्रुप के AEL (अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड) के शेयर्स ने अंबानी की RIL (रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड) को पीछे छोड़ दिया है. इसके साथ ही यह NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर अब तक सबसे सक्रिय रूप से ट्रेड होने वाला शेयर भी बन गया है.
‘Day ट्रेडर्स’ ने निभायी अहम भूमिका
फरवरी के महीने में 27 तारीख तक AEL ने कुल 46,832.5 करोड़ रुपयों की ट्रेडिंग वॉल्यूम हासिल कर ली थी जो इसी समय में 9.36 ट्रिलियन रुपयों के एक्सचेंज टर्नओवर का लगभग 5% हिस्सा होता है. RIL के शेयर्स की बात करें तो इनका कुल टर्नओवर 13,500.54 करोड़ रुपये है जो कुल एक्सचेंज टर्नओवर का मात्र 1.44% हिस्सा होता है. ‘Day ट्रेडर्स’ वह व्यक्ति होता है जो एक कारोबारी दिन के दौरान लगाई जाने वाली बोलियों को इकट्ठा करता है. अडानी ग्रुप के खिलाफ न्यूयॉर्क आधारित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग द्वारा रिपोर्ट जारी कर स्टॉक मैनीपुलेशन और कॉर्पोरेट दुराचार के आरोप लगाए थे जिसके बाद फरवरी के महीने में ‘Day ट्रेडर्स’ झुंड बनाकर AEL के काउंटर्स पर पहुंचने लगे थे.
हिंडनबर्ग की बदौलत बढ़ी ट्रेडिंग वॉल्यूम
हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए इन आरोपों को गौतम अडानी ने सिरे से खारिज कर दिया था लेकिन उसके बावजूद भी, AEL के काउंटर्स पर हलचल बनी रही और जनवरी के माह में कंपनी के शेयर्स 25,543 करोड़ रुपयों की ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ सबसे सक्रीय रूप से ट्रेड किये जाने वाले शेयर्स की लिस्ट में तीसरे स्थान पर पहुंच गए. इससे पहले दिसंबर 2022 के दौरान कंपनी के शेयर्स, 16,050 करोड़ रुपयों की ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ इस लिस्ट में 8वें स्थान पर मौजूद थे. भारतीय मार्केट के सबसे बड़े स्टॉक बाजार यानी NSE में सबसे ज्यादा ट्रेड करने वाले शेयर्स की लिस्ट में आमतौर पर RIL के शेयर्स ही टॉप पर होते हैं. इस साल भी 12 में से 8 महीनों तक, फरवरी तक RIL के शेयर्स ही इस स्थान पर बने हुए थे. जनवरी 2023 तक यह लगातार सबसे ज्यादा ट्रेड किये जाने वाला स्टॉक बना हुआ था. इसके साथ ही, निफ्टी 50 स्टॉक बाजार में RIL का हिस्सा 10.4% था जिसकी वजह से यह इस इंडेक्स का भी प्रमुख और महत्त्वपूर्ण शेयर बना हुआ था.
फरवरी ने सब बदल दिया
लेकिन फरवरी में सब बदल गया. 24 जनवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद HNI (अधिक नेट-वर्थ वाला व्यक्ति) और रिटेल स्तर पर बहुत कम मात्रा में शेयर्स होल्ड किये जाने की वजह से डिलीवरी में कमी आई और अधिक ट्रेडिंग मार्जिन्स मिलने के बावजूद AEL पर हद से ज्यादा ट्रेडर्स मौजूद थे. ऐसा इसलिए था, क्योंकि हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद NSE ने SEBI (सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) से राय लेकर AEL के शेयर्स के ट्रेडिंग मार्जिन को दोगुना करके लगभग 65% कर दिया था. साथ ही इन शेयर्स को शॉर्ट-टर्म के लिए निगरानी में भी रख दिया गया ताकि ‘Day ट्रेडर्स’ इन स्टॉक्स पर और अधिक बोलियां न लें. लेकिन इस फैसले से ‘Day ट्रेडर्स’ नहीं रुके और उन्होंने स्टॉक पर भारी रूप से ट्रेडिंग को जारी रखा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक्सिस सिक्योरिटीज में टेक्निकल विभाग के वाइस प्रेसिडेंट, राजेश पल्विया ने कहा – मार्केट में अस्थिरता, ट्रेडर्स के लिए उतनी ही जरूरी है जितना मधुमक्खियों के लिए शहद. अभी अस्थिरता कम नहीं हुई है इसलिए अभी ट्रेडर्स, काउंटर्स पर ज्यादा सक्रिय रहेंगे. अगर ग्लोबल समाचार के नकारात्मक प्रभाव को रोका नहीं जाता है तो हमें और समय नहीं मिलेगा. सोमवार को ट्रेडर्स ने फिर से जबरदस्त इंट्रा-डे ट्रेडिंग की, जिस वजह से AEL 10% के लोअर सर्किट पर पहुंच गया और NSE पर AEL का स्टॉक अपनी कीमत में 9.74% की गिरावट दर्ज करते हुए 1187.55 रुपये की कीमत पर बंद हुआ.
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